Rules of Football: रूल्स ऑफ़ फुटबॉल

1. प्रस्तावना (Introduction)

फुटबॉल का महत्व और इतिहास:

फुटबॉल, जिसे सॉकर (Soccer) के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन खेल है जिसकी उत्पत्ति हजारों वर्ष पूर्व हुई थी। इस खेल के पहले रूप में मात्र एक गेंद और दो टीमों की जरूरत होती थी, जो एक दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करती थीं। यह खेल विभिन्न सभ्यताओं में अलग-अलग नामों और रूपों में खेला जाता था।

वक्त के साथ, इस खेल के नियम (Rules of Soccer game) और संरचना में अनेक परिवर्तन हुए। 19वीं शताब्दी में इंग्लैंड में इस खेल के आधुनिक नियम तैयार किए गए, जो आज भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनाए जाते हैं।

वैश्विक प्रशंसा और लोकप्रियता:

फुटबॉल की वैश्विक प्रशंसा अनूठी है। यह खेल आज दुनिया के प्रत्येक कोने में खेला जाता है। चाहे वह लघु गाँव हो या बड़ा शहर, फुटबॉल का जुनून हर जगह बराबरी से देखा जा सकता है।

विश्व कप, जो हर चार साल में आयोजित होता है, दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे प्रतीक्षित खेली जाने वाला प्रतियोगिता है। इसमें भाग लेने वाली टीमें अपने प्रदेशों और देशों की प्रतिष्ठा के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं। इस प्रतियोगिता को देखने वाले दर्शकों की संख्या बिलियनों में होती है, जो इस खेल की वैश्विक प्रशंसा और लोकप्रियता को दर्शाती है।

इस खेल की लोकप्रियता के कारण ही अनेक युवा इसमें अपना करियर बना रहे हैं और अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं। फुटबॉल के खिलाड़ी आज न केवल खेल के स्टार हैं, बल्कि वे समाज में एक आदर्श भी हैं।

2. मैदान का आकार और संरचना (Field Dimensions and Structure)

मैदान की लंबाई और चौड़ाई:

फुटबॉल मैदान का आकार अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ (FIFA) द्वारा निर्धारित किया जाता है। मैदान की लंबाई (तळवार की दिशा में), अधिकतम 130 मीटर और न्यूनतम 100 मीटर होती है। जबकि चौड़ाई (गोल की दिशा में), अधिकतम 90 मीटर और न्यूनतम 64 मीटर होती है। हालांकि, विश्व कप जैसी प्रमुख प्रतियोगिताओं के लिए, आमतौर पर मैदान की लंबाई 105 मीटर और चौड़ाई 68 मीटर होती है।

गोल पोस्ट और कॉर्नर क्षेत्र:

गोल पोस्ट की उंचाई 2.44 मीटर और चौड़ाई 7.32 मीटर होती है। गोल पोस्ट के स्थान को चिह्नित करने वाली रेखा को गोल रेखा कहा जाता है और यह पूरी तरह से मैदान के अंदर होती है।

कॉर्नर क्षेत्र मैदान के हर एक कोने में स्थित होता है। यह एक आधार रेखा और गोल रेखा के संघटन का हिस्सा है। कॉर्नर क्षेत्र का चिह्नित क्षेत्र एक त्रिज्या रेखा के रूप में है, जिसकी त्रिज्या 1 मीटर होती है और यह मैदान के उस हिस्से में होती है जहां आधार रेखा और गोल रेखा मिलती हैं। जब बॉल पूरी तरह से आधार रेखा को पार करता है, तो कॉर्नर किक की स्थिति होती है।

इस तरह, मैदान का आकार और संरचना फुटबॉल खेल की महत्वपूर्ण और अभिन्न अंश हैं, जो खेल की गति, प्रतिस्पर्धात्मकता और रोमांच को प्रभावित करते हैं।

Rules of Football

3. खिलाड़ीयों की संख्या और भूमिकाएँ (Number of Players and their Roles)

जब फुटबॉल की चर्चा होती है, तो हमें उस टीम के खिलाड़ीयों की संख्या और उनकी भूमिकाओं को समझना महत्वपूर्ण होता है जो मैदान में उतरते हैं।

मुख्य खिलाड़ी:

हर फुटबॉल टीम में कुल 11 खिलाड़ी होते हैं। इन 11 खिलाड़ीयों में से प्रत्येक का अपना विशेष स्थान और भूमिका होती है। आमतौर पर, एक टीम में दो या तीन मिडफील्डर्स, चार या पाँच डिफेंडर्स, दो या तीन फॉरवर्ड, और एक गोलकीपर होते हैं।

मिडफील्डर्स (Midfielders):

मिडफील्डर्स वह खिलाड़ी होते हैं जो मैदान के मध्य भाग में खेलते हैं। उन्हें मैदान पर सबसे अधिक दौड़ना पड़ता है, क्योंकि वे टीम के हमले और रक्षा दोनों को संचालित करते हैं। उनका मुख्य कार्य बॉल को पास करना, बॉल को काबू में रखना और गेम का निर्देशन देना होता है।

डिफेंडर्स (Defenders):

डिफेंडर्स की प्रमुख भूमिका अपने गोल को दुश्मन टीम से सुरक्षित रखना है। वे विरोधी खिलाड़ीयों को गोल मारने से रोकने के लिए संघर्ष करते हैं और बॉल को अपने क्षेत्र से बाहर निकालते हैं। डिफेंडर्स को तेज दौड़ने और सही समय पर संघर्ष करने की क्षमता होनी चाहिए।

फॉरवर्ड (Forwards):

फॉरवर्ड या हमलावर खिलाड़ी वह हैं जिन्हें गोल मारने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। वे विरोधी के डिफेंस लाइन के पास खेलते हैं और उन्हें बॉल को गोल पोस्ट की ओर ले जाने और गोल मारने के अवसर तलाशने में माहिर होना चाहिए।

गोलकीपर (Goalkeeper):

गोलकीपर की भूमिका बहुत ही विशेष होती है। वह एकमात्र खिलाड़ी है जिसे बॉल को हाथों से पकड़ने और रोकने की अनुमति है, लेकिन सिर्फ अपने पेनल्टी क्षेत्र में। गोलकीपर को अकेला ही विरोधी खिलाड़ीयों से आने वाले हमले का सामना करना पड़ता है, और उसे गोल मारने से रोकना होता है। उसकी ताजगी, प्रतिक्रिया, और निर्णय लेने की क्षमता के बीच कोई समझौता नहीं हो सकता है।

इन सभी खिलाड़ीयों का मैदान पर सहयोग और समन्वय ही एक सफल टीम की कुंजी है। चाहे वह हमला हो या रक्षा, प्रत्येक खिलाड़ी का अपना महत्व होता है, और वह सभी अपनी भूमिका में सफलता पाने के लिए मिलकर काम करते हैं।

4. मैच की अवधि (Duration of the Match)

फुटबॉल खेल की अवधि और उसके विभाजन पर ध्यान देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह समय सीमा न केवल खेल की गति और उत्साह को निर्धारित करती है, बल्कि यह खिलाड़ीयों को आवश्यक आराम भी प्रदान करती है।

दो हाफ्स की समय सीमा:

एक पूरे फुटबॉल मैच की कुल अवधि 90 मिनट होती है, जिसे दो हाफ्स में विभाजित किया जाता है। प्रत्येक हाफ 45 मिनट का होता है। इन दोनों हाफ्स के बीच में खिलाड़ीयों को 15 मिनट का विश्राम दिया जाता है। इसे ‘हाफ टाइम’ कहा जाता है। यह विश्राम खिलाड़ीयों को अगले हाफ के लिए ताजगी और ऊर्जा प्रदान करता है।

अधिक समय और समय-समय पर आराम:

हालांकि प्रत्येक हाफ की मानक अवधि 45 मिनट होती है, फिर भी कई बार खेल में विचार किए जाने वाले अवरोधों, चोटों या अन्य कारणों के चलते अतिरिक्त समय (इंजरी टाइम) जोड़ा जाता है। यह अधिक समय मुख्य रूप से उस समय के लिए जोड़ा जाता है जिसे खेल की अवरुद्धता के कारण खोया जाता है।

इसके अलावा, अधिक समय की स्थिति में, जैसे कि निर्णायक मैचों में ड्रा पर खेल खत्म होने पर, दो हाफ्स के रूप में 15-15 मिनट के अतिरिक्त समय का आयोजन किया जा सकता है।

फुटबॉल मैच की इस अवधि का महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह खिलाड़ीयों को उनकी ताकत और सहिष्णुता के अनुसार खेलने का समय प्रदान करता है, और यह भी सुनिश्चित करता है कि प्रेक्षकों को एक उत्साहजनक और रोमांचक खेल देखने को मिले।

5. गेम के प्रमुख नियम (Major Rules of the Game)

Rules of Football:

ऑफसाइड नियम

फुटबॉल में ऑफसाइड एक ऐसा नियम है, जिससे खेल में और भी रोमांच और स्ट्रैटेजी आ जाती है। एक खिलाड़ी तब ऑफसाइड में होता है जब वह बॉल को पास पाने के लिए समीपतम विरोधी खिलाड़ी से आगे होता है, और उस समय में कोई दो विरोधी खिलाड़ी उसके बीच और गोल के बीच में नहीं होते। इस नियम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई खिलाड़ी खेल में अधिक लाभ नहीं पा सकता, जिससे खेल में संतुलन बना रहे।

फाउल और मिस्कंडक्ट

फुटबॉल में, फाउल और मिस्कंडक्ट उन अवस्थाओं को दर्शाते हैं जब एक खिलाड़ी खेल के नियमों का उल्लंघन करता है। यह संघर्ष, अनवांछित संपर्क, हाथ से बॉल को छूना और अन्य ऐसी स्थितियों में हो सकता है जब एक खिलाड़ी खेल की शुद्धता को बाधित करता है। मिस्कंडक्ट, विशेष रूप से, उन परिस्थितियों को संदर्भित करता है जब एक खिलाड़ी उचित व्यवहार की सीमा को पार करता है, जैसे कि हिंसा, अभद्रता या अन्य खिलाड़ीयों और अधिकारियों के साथ असम्मान।

हाथ से खेलना

हाथ से खेलना एक ऐसा नियम है जिसमें खिलाड़ी को अपने हाथों का उपयोग करके बॉल को स्पर्श नहीं करना चाहिए, जब तक वह गोलकीपर न हो। अगर किसी खिलाड़ी ने जानबूझकर बॉल को हाथ से छू लिया, तो वह फाउल माना जाता है। यह नियम खेल की शुद्धता को बनाए रखने के लिए है, और सुनिश्चित करने के लिए कि कोई खिलाड़ी अन्य खिलाड़ीयों के मुकाबले में अधिक लाभ नहीं प्राप्त कर सकता।

6. सजाएं और पुनरावलोकन (Penalties and Reviews)

पेनल्टी शॉट

पेनल्टी शॉट वह समय है जब एक खिलाड़ी को विरोधी की पेनल्टी क्षेत्र में फाउल के कारण एक मुकामल अवसर प्राप्त होता है बॉल को गोल में डालने का। यह शॉट 11 मीटर की दूरी से ली जाती है और सिर्फ गोलकीपर ही बॉल को रोक सकता है।

फ्री किक और कॉर्नर किक

जब एक खिलाड़ी नियमों का उल्लंघन करता है, तो विरोधी टीम को फ्री किक का अवसर प्राप्त होता है। फ्री किक वहीं से ली जाती है जहां पर फाउल हुई थी। कॉर्नर किक तब होती है जब बॉल गोल रेखा के पार हो जाता है, और अंतिम बार उसे विरोधी टीम के खिलाड़ी ने छूआ होता है।

VAR (Video Assistant Referee) का प्रयोग

VAR, या Video Assistant Referee, फुटबॉल में एक नवीनतम प्रौद्योगिकी है जिसका उद्देश्य मुख्य निर्णायक को सहायता प्रदान करना है ताकि वह सही निर्णय ले सके। VAR उन मुख्य समयों पर उपयोग होता है जहां मैच का परिणाम बदल सकता है, जैसे कि गोल, पेनल्टी और लाल कार्ड संबंधित निर्णय। इस प्रौद्योगिकी का प्रयोग करके, निर्णायक घटना को वीडियो पर पुनः देख सकता है और तब सही निर्णय ले सकता है।

7. अन्य महत्वपूर्ण नियम (Other Important Rules)

बॉल इन और आउट

जब भी खेल में बॉल पूरी तरह से रेखा के पार जाता है, तो उसे ‘आउट’ माना जाता है। फील्ड की लंबाई में जब बॉल बाहर जाता है, तो थ्रो-इन होता है और जब बॉल गोल रेखा के पार जाता है, तो गोल किक या कॉर्नर किक होती है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि बॉल को अंत में किस टीम के खिलाड़ी ने छूआ।

थ्रो-इन, गोल किक, और कॉर्नर किक

थ्रो-इन: जब बॉल पूरी तरह से सीधी रेखा से बाहर जाता है, तो विरोधी टीम को थ्रो-इन का अवसर प्राप्त होता है। खिलाड़ी को बॉल को दोनों हाथों से फेंकना होता है, सिर पर से, जबकि दोनों पैर ज़मीन पर होने चाहिए।

गोल किक: जब एक खिलाड़ी बॉल को अपने गोल पोस्ट की रेखा से पार करता है, तो विरोधी टीम को गोल किक का अवसर प्राप्त होता है। गोल किक गोल क्षेत्र के भीतर से ली जाती है।

कॉर्नर किक: जब एक खिलाड़ी बॉल को विरोधी के गोल पोस्ट की रेखा से पार करता है, और अंतिम बार उसे विरोधी टीम के खिलाड़ी ने छूआ है, तो उसकी टीम को कॉर्नर किक का अवसर प्राप्त होता है।

ये नियम खेल को अधिक रोमांचक और संरचित बनाते हैं, और यह सुनिश्चित करते हैं कि हर टीम को समान अवसर मिले।

8. संघर्ष और सुरक्षा (Tackles and Safety)

सही और गलत तरीके से संघर्ष

संघर्ष फुटबॉल का महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन सही तरीके से किया जाने वाला संघर्ष ही मान्य है। खिलाड़ी को बॉल को प्राथमिकता देते हुए टैकल करना चाहिए, बिना विरोधी खिलाड़ी को चोट पहुँचाए। अगर खिलाड़ी किसी विरोधी खिलाड़ी के पैरों को पहले हिट करता है और फिर बॉल को, तो यह गलत संघर्ष माना जाता है।

खिलाड़ीयों की सुरक्षा के नियम

फुटबॉल में खिलाड़ीयों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है। अत:

उचित उपकरण: खिलाड़ी को उचित और मान्यता प्राप्त उपकरण पहनना चाहिए, जैसे शिन गार्ड्स, जो खिलाड़ी को चोट से बचा सकते हैं।

सिर संघर्ष: खिलाड़ी को अपने सिर से विरोधी खिलाड़ी को पुश या हिट नहीं करना चाहिए। ऐसा करना फाउल माना जाता है।

खतरनाक खेल: जब खिलाड़ी कोई ऐसा ऐक्शन लेता है जो विरोधी खिलाड़ी को चोट पहुंचा सकता है, तो उसे कार्ड दिखाया जा सकता है।

उच्च पैर: जब खिलाड़ी अपने पैर को अनावश्यक रूप से उच्च उठाता है जो विरोधी खिलाड़ी के चेहरे को हिट कर सकता है, तो यह गलत माना जाता है।

इन नियमों का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है और खेल को स्पोर्ट्समैनशिप के अधीन रखना है।

9. उपसंहार (Conclusion)

फुटबॉल के नियमों का महत्व

फुटबॉल न केवल एक खेल है, बल्कि यह एक संस्कृति, एक जीवन शैली, और लाखों लोगों के लिए एक जुनून है। इसे सुनिश्चित करने के लिए कि खेल समानता, स्पोर्ट्समैनशिप और सुरक्षा के अधीन चले, नियम अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। वे खेल को संगठित रखते हैं, और सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक खिलाड़ी को समान अवसर मिले और उसकी सुरक्षा हो।

खेल की शुद्धता और आत्मा की रक्षा

फुटबॉल में नियमों का पालन करने से खेल की शुद्धता बनी रहती है। नियम न केवल खिलाड़ीयों के बीच समानता को सुनिश्चित करते हैं, बल्कि खेल की आत्मा को भी संरक्षित रखते हैं। जब प्रत्येक खिलाड़ी नियमों का सम्मान करता है, तो वह खेल के मूल सिद्धांतों और उसकी आत्मा का सम्मान करता है।

अंत में, फुटबॉल एक ऐसा खेल है जो जुनून, समर्पण और समानता के अधीन चलता है। नियम इसे सुरक्षित, न्यायपूर्ण और मनोरंजक बनाए रखने में मदद करते हैं।

FAQs

Que – क्या VAR हर मैच में उपयोग होता है? 
Ans – नहीं, VAR का उपयोग सिर्फ उन मैचों में होता है जहाँ यह सुविधा उपलब्ध हो।


Que – गोलकीपर को कितने समय तक बॉल को हाथ में रखने की अनुमति है? 
Ans – गोलकीपर को बॉल को हाथ में 6 सेकंड से अधिक समय तक नहीं रखने की अनुमति है।

Que – अधिक समय में कितना समय जोड़ा जाता है? 
Ans –अधिक समय में जोड़ा गया समय खेल की रुकावटों पर निर्भर करता है, जैसे कि चोटें या अन्य विचार।


Que – अगर खिलाड़ी को दो पीले कार्ड मिलते हैं, तो क्या होता है? 
Ans – अगर किसी खिलाड़ी को दो पीले कार्ड मिलते हैं, तो उसे लाल कार्ड दिखाया जाता है और वह मैच से बाहर हो जाता है।

Que – क्या एक टीम में अधिकतम कितने प्रतिस्थापन किए जा सकते हैं? 
Ans – सामान्यत: एक टीम में तीन प्रतिस्थापन किए जा सकते हैं, लेकिन विशेष परिस्थितियों में यह संख्या बदल सकती है।

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