Dr. APJ Abdul Kalam: The Missile Man Of India

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम Dr APJ Abdul Kalam
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम: Dr APJ Abdul Kalam, जिन्हें ‘मिसाइल मैन’ और ‘जनता के राष्ट्रपति’ के रूप में समझा जाता है, वे भारतीय इतिहास में ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अपनी विज्ञान में प्रतिभा और मानवता के मूल्यों को संजो कर रखा।
डॉ. कलाम ने अपने जीवन में अनगिनत उपलब्धियां प्राप्त की, लेकिन उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि उनकी सादगी और विनम्रता थी। उन्होंने भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई योगदान दिए। वे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और डिफेंस रिसर्च और डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।
डॉ. कलाम का जीवन अध्ययन और संघर्ष की कहानी है। उन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से दिखाया कि जब किसी को अपनी मंजिल की पहचान हो, तो वह उसे पाने के लिए असंख्य बाधाओं का सामना कर सकता है। उनके जीवन की शिक्षा हमें यह सिखाती है कि सच्ची सफलता मेहनत, लड़ाई, और अद्वितीयता में छिपी होती है।
राष्ट्रपति बनने के बावजूद भी उन्होंने अपनी सादगी को कभी नहीं खोया। वे हमेशा युवा पीढ़ी से जुड़े रहे और उन्हें अपने जीवन की मार्गदर्शिका बनाने के लिए प्रेरित किया। उनका मानना था कि युवा वर्ग ही एक नए और सशक्त भारत की स्तरीयता को साकार कर सकता है।
डॉ. कलाम की अद्वितीयता उनकी लेखनी में भी प्रकट होती थी। उन्होंने अनेक पुस्तकें लिखी जो आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं। “विंग्स ऑफ फायर”, “इंडिया 2020” और “इग्नाइटेड माइंड्स” उनके प्रमुख ग्रंथ हैं जिनमें उन्होंने भारत के भविष्य और युवा पीढ़ी के प्रति अपने विचार प्रकट किए।
27 जुलाई 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग (मेघालय) में छात्रों के लिए व्याख्यान देते समय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साहब को हृदय घात हुआ और थोड़ी देर बाद उनका स्वर्गवास हो गया।
उनकी मृत्यु एक बड़ी क्षति है, लेकिन उनके विचार और उनकी शिक्षाएँ हमें हमेशा प्रेरित करती रहेंगी। डॉ. कलाम न केवल एक शास्त्रीय व्यक्तित्व थे, बल्कि वे भारतीय समाज के लिए एक आदर्श भी थे। उन्होंने हमें यह सिखाया कि सपने देखना महत्वपूर्ण है, लेकिन उसे साकार करने के लिए कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
आज भी जब भारत का नाम विज्ञान और प्रौद्योगिकी में लिया जाता है, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का नाम स्वाभाविक रूप से लिप्त होता है। वे हमारे लिए सिर्फ एक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि एक आदर्श, एक प्रेरणा, और एक अमूल्य धरोहर हैं।